अमृतसर का स्वर्ण मंदिर जलिया वाला बाग़ एवं बागा बॉर्डर
स्वर्ण मंदिर जलिया वाला बाग़ , एवं बागा बॉर्डर
अमृतसर (Amritsar,Punjab)-पंजाब का पवित्र एवं महत्त्व पूर्ण तीर्थ स्थल अमृतसर में हैं। सिखो का सबसे बड़ा गुरुद्वारा स्वर्ण मंदिर यहाँ हैं। अमृतसर में ताजमहल के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। नई दिल्ली से अमृतसर की दूरी 466 KM हैं।अमृतसर में कई गुरूद्वारे हैं जिनमे रहने की फ्री व्यवस्था हैं परन्तु बुकिंग ऑनलाइन नहीं होती हैं।प्रथम आओ प्रथम पावो के आधार पर इनकी निशुल्क व्यवस्था हैं। कई प्राइवेट होटल हैं जो ऑनलाइन /ऑफलाइन बुक करवा सकते हैं। सभी पर्यटक स्थल गोल्डन टेम्पल के आस पास हैं। फवारा चौक देखे जिसमे महाराजा रणजीतसिंहजी की भव्य मूर्ति लगी हुई हैं।सिल्वर टेम्पल भी जावे। यह हिन्दू तीर्थ हैं जौ गोल्डन टेम्पल की तरह लगता हैं। यह लष्मीनारायण का मंदिर हैं। महाराजा रणजीतसिंह म्यूजियम भी जाये। इसका समय सुबह 10 से साय 5 तक का समय हैं।सोमवार को यह बंद रहता हैं। पास मे रामबाग गार्डन देखे। पार्टीशन म्यूजियम देखे। सोमवार बंद रहता हैं। हॉल बाजार में शॉपिंग करे। बड़े से मॉल भी हैं। गोविन्द गड फोर्ट भी जाये। यहाँ कैमल सवारी लेसर शो एवं शाम को लाइट का शो देखे। समय हो तो सन सिटी पार्क एवं वाटर पार्क जावे।
जलियॉवाला बाग -फवारा चौक से 1 KM की दूरी पर शहीदो की स्मारक जलियॉवाला बाग हैं।यहाँ पैदल ही जाना होगा। इस मार्ग में काफी स्ट्रैचू देखने को मिलेंगे जो पंजाब की कल्चर प्रदर्शित करती हैं। इसका समय सुबह 6-30 से शाम 7-30 तक ,सप्ताह के सातो दिन खुला रहता हैं। इसे सुंदर गार्डन में बदल दिया हैं। यहाँ कई लोगो ने हमारी आजादी के लिए गोलीया खाई थी। उस गोली बारी के निशान आज भी मौजूद हैं। शहीदी कुआं हैं जिसमे अंग्रेजो की गोली बारी से बचने के लिए लोग इस कुआ में कूद कर अपनी जान दे दी थी। इस कुआ से 120 से अधिक शहीदों की लाशे निकाली गई थी। अमर ज्योति जलती रहती हैं। इसके बहार एक म्यूजियम हैं जिसमे यहाँ के इतिहास को दिखाया गया हैं। टूरिस्ट बस जो शहर में घूमती हैं। जो वाघा बॉर्डर भी जाती हैं
गोल्डन टेम्पल - गोल्डन टेम्पल का समय सुबह 3 बजे से रात 10 बजे तक का हैं। सभी धर्मो के लोग यहाँ आ सकते हैं। इसे हरमिंदर साहिब या दरबार साहिब भी कहा जाता हैं। यहाँ प्रतिदिन एक लाख के लगभग लोग माथा टेकने आते हैं। यहाँ पुरुष एवं महिलाओ का सिर ढाका हुआ होना चाहिए। अन्दर ही अकाल तख़्त हैं। इसमें समय गोल्डन टेम्पल का ही समय हैं। यहाँ का लंगर काफी फेमस हैं। यहाँ डेली 1 से 1.5 लाख लोगो के लिए भोजन बनता हैं। यहाँ सारी सेवा वोलेंटियर द्वारा होती हैं। इस सेवा के लिए कोई पेड कर्मचारी नहीं रखा जाता हैं। यहाँ मशीने भी लगी हुई हैं जहां एक घंटे में 25000 रोटियां बनाई जा सकती हैं। यहाँ साढ़े 23 घंटे किचन चालू रहता हैं। सुबह यहाँ 50000 से ज्यादा कफ चाय बनती हैं। बिस्किट एवं ब्रेड भी नास्ते में दी जाती हैं। यहाँ दो बड़े डाइनिंग हाल हैं जिसमे 50000 लोग खाना खा सकते हैं। लंगर में खाना खा सकते हैं। वोलेंटियर की तरह काम करना या सेवा देना चाहे तो दे सकते ही।
वाघा बॉर्डर (Wagah Border)- पाकिस्तान जाने का रास्ता हैं।अमृतसर से वाघा बॉर्डर की दूरी 30 KM हैं। इंटरनेशनल बॉर्डर को देखने का सभी को उत्सुकता रहती हैं। यहाँ प्रति दिन फ्लेग ऑफ़ सेरेमनी एवं भव्य परेड होती हैं। इसे देखने के लिए काफी सख्या में लोग जमा होते हैं। यहाँ समय से पहले पहुंचे ताकि आगे बैठने को मिल जाये। यहाँ कोई सामान नहीं ले जा सकते हैं।सिक्युरिटी चेकिंग होती हैं। कैमरा एवं मोबाईल अलाऊ हैं। यहाँ 20-25 हजार लोग रोज इस सेरेमनी को देखने आते हैं। यहाँ नेटवर्क कार्य नहीं करेगा। लाइन में सिक्युरिटी चेकिंग में लगना होगा। 4-15 या 4 -45 सेरेमनी शरू होती हैं इसके पहने डांस आदि में आप भी भाग ले सकते हैं। देश भक्ति के गीतों पर डांस कर सकते हैं। 6 बजे तक परेड समाप्त हो जाती हैं।